हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में शनिवार को हुई बंपर वोटिंग ने पिछले सभी चुनावों के रिकार्ड को ध्वस्त कर दिया है। प्रदेश में इस बार 75.6 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस आंकड़े में और बढ़ोतरी की उम्मीद है क्योंकि डाक मतपत्र अब भी प्राप्त हो रहे हैं। राज्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने बताया कि ईवीएम के माध्यम से मतदान प्रतिशत 74.60 था। लगभग दो प्रतिशत डाक मतपत्र अभी प्राप्त नहीं हुए हैं। वोटिंग का आंकड़ा 77 फीसदी पर पहुंचने की उम्मीद है। कुल महिला मतदाताओं में से 76.8 फीसद जबकि पुरुषों में से 72.4 प्रतिशत ने मताधिकार का प्रयोग किया।
इससे पहले हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक मतदान वर्ष 2017 में 75.57 प्रतिशत दर्ज किया गया था। वर्ष 2012 के चुनाव में मत प्रतिशत 73.5 फीसदी था। 2007 के चुनाव में 71.61, 2003 में 74.51 फीसदी और 1998 में 71.23 फीसदी रहा था। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस बार के विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक 85.25 प्रतिशत मतदान दून विधानसभा क्षेत्र में जबकि सबसे कम मतदान 62.53 प्रतिशत शिमला विधानसभा सीट पर दर्ज किया गया।
अधिकारी ने बताया कि राज्य चुनाव विभाग ने इस विधानसभा चुनाव में 2017 के चुनाव में कम मतदान वाले 11 निर्वाचन क्षेत्रों पर बहुत ध्यान दिया। राज्य चुनाव विभाग की ओर से मतदाताओं को जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रमों का संचालन किया। विभाग की ओर से विशेष रूप से राज्य के कम मतदान प्रतिशतता वाले 11 विधानसभा क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया। इन निर्वाचन क्षेत्रों में शामिल धर्मपुर, जयसिंहपुर, शिमला, बैजनाथ, भोरंज, सोलन, कसुम्पती, सरकाघाट, जसवां प्रागपुर, हमीरपुर और बड़सर के तुलनात्मक विश्लेषण से पता चला कि उपरोक्त 11 में से 9 सीटों पर मतदान में 7 प्रतिशत का सुधार हुआ है।
धर्मपुर में 2017 के विधानसभा चुनाव में 63.6 फीसदी मत पड़े थे, जबकि 2022 में यहां 70.54 फीसदी वोटिंग हुई। इसी तरह जयसिंहपुर में 63.79 से बढ़कर 65.31 फीसदी, भोरंज में 65.04 प्रतिशत से बढ़कर 68.55 प्रतिशत वोटिंग हुई। सोलन में 66.45 प्रतिशत से बढ़कर 66.84 फीसदी, बरसर में 69.06 फीसदी से बढ़कर 71.17 प्रतिशत, हमीरपुर में 68.52 फीसदी से बढ़कर 71.28 प्रतिशत, जसवां-प्रागपुर में 68.41 फीसदी से बढ़कर 73.67 प्रतिशत, सरकाघाट में 67.23 फीसदी से बढ़कर 68.06 प्रतिशत और कुसुम्पटी में 66.86 फीसदी से बढ़कर 68.24 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
हालांकि, शिमला शहरी में पिछले चुनाव की तुलना में 63.93 प्रतिशत से थोड़ा कम होकर 62.53 मतदान दर्ज किया गया। बैजनाथ में 64.92 फीसदी से कम होकर में 63.46 प्रतिशत रहा। मनीष गर्ग ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में मतदाताओं में कुल पुरुष 2788925 थे जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 2736306 थी। सभी स्ट्रांग रूम को तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था से सील कर दिया गया है। चुनाव आयोग के पर्यवेक्षकों, उम्मीदवारों या उनके प्रतिनिधियों और आरओ की मौजूदगी में जांच पूरी कर ली गई है। निर्वाचन आयोग ने कहा कि 'एग्जिट पोल' (चुनाव बाद सर्वेक्षण) के नतीजे पांच दिसंबर को शाम साढ़े पांच बजे के बाद दिखाया जा सकता है।