प्रदेश में 2,555 एस.एम.सी. शिक्षक सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे हैं और सभी एस.एम.सी. अध्यापक आर. एंड पी. नियमानुसार आर.टी.ई. के लिए जरूरी सभी शैक्षणिक योग्यता टैट आदि को पूरा करते हैं, साथ ही सभी एस.एम.सी. शिक्षकों की नियुक्तियां शिक्षा उपनिदेशकों की अनुमति पर उपमंडलाधिकारियों की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने की हैं। एस.एम.सी. शिक्षक प्रदेश के दुर्गम स्कूलों या फिर वहां नियुक्त किए गए हैं जहां पिछले सालों से अध्यापकों के पद खाली थे।
स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) के माध्यम से सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे ढाई हजार शिक्षकों के लिए सरकार जल्द नीति घोषित कर सकती है। अनुबंध अवधि दो साल पूरी करने के बाद शिक्षक नियमित होंगे। एसएमसी शिक्षक आठ से 10 वर्ष तक सेवाएं दे चुके हैं। मुख्यमंत्री ने एसएमसी शिक्षकों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने को प्राथमिकता दे रही है। जिन लोगों को अस्थायी रोजगार मिला है, सरकार उनका भविष्य सुरक्षित करने का प्रयास करेगी।