- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रदेश के कोरोना योद्धाओं, स्वास्थ्य कर्मियों और लाभार्थियों से किया वैक्सीन संवाद
- प्रधानमंत्री जी ने कहा- हिमाचल इस बात का प्रमाण है कि कैसे देश का ग्रामीण समाज दुनिया के सबसे बड़े और सबसे तेज टीकाकरण अभियान को सशक्त बना रहा है
- आगामी नवम्बर माह के अंत तक हासिल करेंगे प्रदेश की व्यस्क आबादी को दूसरी डोज के शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य : मुख्यमंत्री जी
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज नई दिल्ली से वर्चुअल माध्यम द्वारा प्रदेश के कोरोना योद्धाओं और लाभार्थियों के साथ वैक्सीन संवाद के बाद प्रदेश की जनता को संबोधित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी पीटरहॉफ, शिमला में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में शामिल हुए। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद श्री जगत प्रकाश नड्डा जी और केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर जी नई दिल्ली से कार्यक्रम में शामिल हुए।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रदेश सरकार और प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि शत-प्रतिशत पात्र लाभार्थियों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक देने में हिमाचल प्रदेश चैम्पियन बन कर सामने आया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि दूसरी खुराक का शत-प्रतशत लक्ष्य हासिल करने में भी हिमाचल प्रदेश प्रथम स्थान पर रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने यह लक्ष्य प्रदेश सरकार की कार्य कुशलता और जन-जागरूकता के परिणामस्वरूप हासिल किया है। उन्होंने वैक्सीनेशन अभियान को सफल बनाने में राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए जूझते हुए हिमाचल को देखा है और आज विकास की गाथा लिखने वाले हिमाचल को भी देख रहे हैं। पात्र व्यक्तियों को कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज लगाने में हिमाचल देशभर में पहला राज्य बना है, जबकि दूसरी डोज के मामले में हिमाचल एक तिहाई आबादी को कवर कर चुका है। हिमाचल के इस कदम ने अहसास दिलाया है कि आत्मनिर्भर होना कितना जरूरी है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि प्रदेश ने संस्कृति को विज्ञान से जोड़ा है और वैक्सीनेशन लक्ष्य हासिल कर देश का भी आत्मविश्वास बढ़ाया है। हिमाचल प्रदेश ने स्वयं की क्षमता पर विश्वास किया और तय लक्ष्य हासिल किया। यह उपलब्धि सभी के बुलंद हौसलों का परिणाम है। इसमें महिलाओं की भूमिका बहुत अहम रही है। पहाड़ी व कठीन भौगोलिक क्षेत्र होने के बावजूद हिमाचल प्रदेश सरकार ने वैक्सीनेशन के लिए जिस प्रकार की व्यवस्था बनाई वह प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने तीव्र टीकाकरण बिना वेस्टेज के सुनिश्चित किया है। जन संवाद व जनभागीदारी टीकाकरण की सफलता का पहलू है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने सिद्ध कर दिया है कि आस्था, शिक्षा और विज्ञान सब मिलकर बहुत बड़ा बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने कहा कि तीव्र टीकाकरण और संपर्क सुविधा से प्रदेश को बहुत लाभ मिलेगा। उन्होंने प्रदेश में भू-सर्वेक्षण करने और भूस्खलन की पूर्व चेतावनी के लिए ड्रोन तकनीक का उपयोग करने का परामर्श दिया। उन्होंने जैविक खेती को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि हिमाचल के वीर जवानों की तरह राज्य के किसान भी मिट्टी की सुरक्षा में अग्रणी भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत इस समय एक दिन में सवा करोड़ टीके लगाने का रिकार्ड बना रहा है। हिमाचल ने स्वयं की क्षमता और अपने स्वास्थ्य कर्मियों और वैज्ञानिकों पर विश्वास किया। इस सफलता का श्रेय डॉक्टरों, पैरा-मैडिकल स्टाफ तथा हिमाचल की महिलाओं को जाता है। उन्होंने कहा कि हिमाचलवासियों ने वैक्सीन के बारे में किसी भी अफवाह पर विश्वास नहीं किया। हिमाचल इस बात का गवाह है कि ग्रामीण समाज दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण को सफल बना रहा है जिसका लाभ हिमाचल के पर्यटन क्षेत्र को मिलेगा। उन्होंने कहा कि लोगों को फिर भी कोरोना नियमों का पालन करना होगा।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने हिमाचल प्रदेश में कनेक्टिविटी बढ़ाने और विकास कार्यों में आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि ड्रोन हिमाचल के दुर्गम क्षेत्रों के लिए वरदान साबित हो सकता है और यह स्वास्थ्य से लेकर कृषि और बागवानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके अतिरिक्त दुर्गम क्षेत्रों में जीवनरक्षक दवाएं और महत्वपूर्ण सामान आसानी से भेजने में भी इसका उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गांव और समुदाय को जोड़ने से कई सार्थक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने प्रदेश में जल जीवन मिशन की सफलता सराहना करते हुए कहा कि हिमाचल के जंगलों में जड़ी-बूटियों की व्यापक सम्भावनाएं हैं, जिसके लिए गांवों और स्वयं सहायता समूहों में भागीदारी बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने आजादी के अमृत वर्ष में हिमाचल के किसानों और बागवानों से आगामी 25 वर्षों में पूरी तरह जैविक खेती अपनाने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री जी ने प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं तथा विकास कार्यक्रमों की भी सराहना की। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने जिला शिमला के डोडरा क्वार नागरिक अस्पताल के डॉ. राहुल, जिला मण्डी के थुनाग के श्री दयाल सिंह, जिला कुल्लू के मलाणा की आशा कार्यकर्ता श्रीमती निरमा देवी, जिला हमीरपुर से श्रीमती निर्मला देवी, जिला ऊना से श्रीमती करमो देवी और लाहौल-स्पीति से श्री नवांग उपासक से संवाद किया।
डॉ. राहुल जी ने प्रधानमंत्री जी के साथ साझा किया अनुभव
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी से सबसे पहले शिमला के सुदूर इलाके डोडरा क्वार अस्पताल में तैनात डॉक्टर राहुल जी ने बात की। उन्होंने बताया कि किस तरह के मुश्किल रास्तों को तय करके स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने सुदूर गांवों के लोगों को वैक्सीन लगाई। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने डॉ. राहुल जी को इस बात के लिए बधाई दी कि कैसे उनकी टीम और पूरे हिमाचल प्रदेश ने इतनी चुनौतियों के बावजूद वैक्सीन का एक भी डोज को बर्बाद नहीं होने दिया।
सराजियों ने पूरा जिम्मा अपने कंधों पर लिया है : प्रधानमंत्री जी
मण्डी के थुनाग के श्री दयाल सिंह से संवाद करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि जब वह हिमाचल प्रदेश में थे तब उनका मण्डी बहुत आना-जाना लगा रहता था। उन्होंने कहा, ‘‘आप मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी के क्षेत्र से हैं, श्री जयराम जी प्रदेश का नेतृत्व कर रहे हैं और आपने कोविड वैक्सीनेशन अभियान की सफलता के लिए सराहनीय भूमिका निभाई, इससे लगता है कि सराजियों ने पूरा जिम्मा अपने कंधों पर ले रखा है”। इसके बाद प्रधानमंत्री जी ने मंडयाली धाम का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मैं मंडयाली धाम मिस करता हूं, मुझे भरोसा है कि मंडयाली धाम का स्वाद आज भी वैसा ही होगा’’।
कुल्लू देवों की धरती है और मलाणा देवगणतंत्र : प्रधानमंत्री जी
कुल्लू जिला के मलाणा की आशा वर्कर श्रीमती निरमा देवी ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को बताया कि यह जमदग्नि ऋषि की धरती है और यहां पर वैक्सीनेशन अभियान को शुरू करने पहले उनकी इजाजत ली गई थी। इस पर प्रधानमंत्री जी ने कहा कि मलाणा ही नहीं, कुल्लू सहित हिमाचल के हर कोने में देवी-देवताओं में बहुत विश्वास है। उन्होंने कहा, ‘‘कुल्लू देवों की धरती है और मलाणा देव-गणतंत्र है। मैं आपको कुल्लू जिला प्रशासन को और मेडिकल से जुड़े सभी लोगों को बधाई देता हूं। जो मॉडल आपने अपना है वो बहुत बड़ी प्रेरणा है। दूसरी डोज के लिए भी इसी जनून से आगे बढ़ना है और हिमाचल का आगे रखना है’’।
बुजुर्ग महिला से लिया आशीर्वाद
स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा प्रधानमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने वैक्सीन लगवाने वाले लोगों से भी बात की। इन्हीं में से एक हमीरपुर की 84 साल की श्रीमती निर्मला देवी जी ने अपना अनुभव प्रधानमंत्री जी से साझा किया और बताया कि उन्हें वैक्सीन लगवाने से कोई समस्या नहीं हुई, बल्कि संयोग से उनकी एक पुरानी समस्या भी ठीक हो गई। निर्मला देवी ने बताया कि पहली डोज उन्हें अस्पताल में लगी और दूसरी डोज स्वास्थ्यकर्मियों ने घर पर आकर ही लगाई। प्रधानमंत्री जी ने श्रीमती निर्मला देवी से कहा, ‘‘हमीरपुर से मुझे बुजुर्ग आशीर्वाद लेने का मौका मिल रहा है। मैं आपके बेहतर स्वास्थ्य की कामना करता हूं’’। प्रधानमंत्री जी ने श्रीमती निर्मला देवी जी का आशीर्वाद मांगा तो उन्होंने कहा, ‘‘आप जो भी कर रहे हैं वो अच्छा है, और आगे भी जो करेंगे वह भी अच्छा ही करेंगे, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी, दोनों अच्छा काम कर रहे हैं’’।
कर्मयोगी हैं करमो जैसी बहनें : प्रधानमंत्री जी
अकेले 22 हजार टीके लगाने वालीं ऊना की महिला स्वास्थ्यकर्मी श्रीमती करमो देवी को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने बधाई देते हुए कहा, ‘‘आपने फ्रैक्चर के बावजूद आठ दिनों में ड्यूटी ज्वाइन कर ली, जबकि रेस्ट लंबा कहा गया था। आप जैसी बहनें सही मायने में कर्मयोगी हैं, इसीलिए आपका नाम आपके माता-पिता ने करमो देवी रखा’’।
नवांग उपासक जैसे साथियों के प्रयास से सफल हो रहा वैक्सीनेशन अभियान : प्रधानमंत्री जी
लाहौल-स्पीति के श्री नवांग उपासक से भी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने संवाद किया। प्रधानमंत्री जी ने उनसे पूछा, ‘‘शाहासुर गोंपा आस्था का केंद्र है, आध्यात्मिक गुरुओं की ओर से संदेश जाता है तो उसका बहुत महत्व होता है। आपने अपनी भूमिका कैसे निभाई?” नवांग उपासक ने बताया, ‘‘कोरोना के कारण गोंपा बंद हो गए थे। वैक्सीन आने पर लोग आशंकित थे कि इससे कोई दिक्कत न हो जाए। तब हमने कहा कि पूजा-पाठ से कोरोना नहीं जाएगा। इसलिए गांवों के गोंपा से फरमान जारी करवाए कि वैक्सीन लगवाना जरूरी है। बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा ने भी वैक्सीन लगाई। उनके वीडियो का भी हमने प्रसार किया’’। नवांग से प्रधानमंत्री जी ने यह भी पूछा कि अटल टनल बन जाने के बाद वहां के लोगों के जीवन में क्या बदलाव आए हैं। उपासक ने कहा कि अब लाहौल-स्पीति से कुल्लू आना बहुत आसान हो गया है। उन्होंने कहा, ‘‘अब यहां पर्यटन को प्रोत्साहन मिला है और फसलों को बाहर ले जाने में सुविधा हुई है’’। उनसे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा, ‘‘आप जैसे साथियों के प्रयास के कारण ही लाहौल-स्पीति भी सबसे तेजी से वैक्सीनेशन करने वाला जिला बना है। इसके लिए आपको बहुत बधाई’’।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का स्वागत करते हुए प्रदेशवासियों से संवाद के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व और दूरदृष्टि के कारण भारत ने अल्पावधि में ही वैश्विक कोरोना महामारी से निपटने के लिए वैक्सीन का सफल उत्पादन किया है। इन्हीं प्रयासों के फलस्वरूप हिमाचल प्रदेश ने कोविड वैक्सीनेशन अभियान के तहत अपनी शत-प्रतिशत व्यस्क आबादी को पहली डोज देने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार से वैक्सीन की निरंतर आपूर्ति के परिणामस्वरूप हिमाचल प्रदेश ने निर्धारित 18 वर्ष से अधिक आयु की जनसंख्या को पहली डोज देने का लक्ष्य हासिल कर देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रदेश में कोल्ड चेन प्लांट, परिवहन व्यवस्था और मानव संसाधन की क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ लाभार्थी जुटाने से सम्बन्धित जमीनी कार्य पूरा किया गया। 16 जनवरी, 2021 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा किए गए राष्ट्रव्यापी लाँच के साथ ही प्रदेश में कार्यक्रम की शुरूआत की गई।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने पूरे राष्ट्र को संबल दिया और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं तथा इस अभियान से जुड़ी पूरी टीम के सशक्त प्रयासों के कारण प्रदेश ने इस लक्ष्य को हासिल करने में सफलता प्राप्त की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आगामी नवम्बर माह के अंत तक प्रदेश की शत-प्रतिशत व्यस्क आबादी को वैक्सीन की दूसरी डोज देने का लक्ष्य भी हासिल कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 3 सितम्बर, 2021 तक 55,28,648 लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है और 17,92,715 लोगों का दो डोज के साथ पूर्ण टीकाकरण किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन केंद्र स्तर तक की स्वास्थ्य टीमों को विशेष रूप से जीरो वेस्टेज के बारे में प्रशिक्षण दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप प्रदेश में वैक्सीन की जीरो वेस्टेज सुनिश्चित हो पाया। प्रदेश में जिन-जिन क्षेत्रों में कोविड वैक्सीनेशन के प्रति संशय था वहां सही जानकारी प्रदान कर जागरूकता लाने के प्रयास किए गए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल मार्गदर्शन और केन्द्र सरकार के सहयोग से प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान भी अर्थव्यवस्था को सुचारू बनाए रखा और वैक्सीनेशन अभियान की गति को कम नहीं होने दिया। मुख्य सचिव श्री राम सुभग सिंह जी ने कार्यक्रम का संचालन किया और कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री जी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर हिमाचल में वैक्सीनेशन अभियान पर आधारित वृतचित्र भी प्रदर्शित किया गया। इस कार्यक्रम का प्रदेश के सभी जिलों में 135 एलईडी के माध्यम से सीधा प्रसारण किया गया।
Courtesy: CMO Himachal