मॉकड्रिल तक सीमित रह गई प्रशासन की कसरत

प्रदेश सरकार के उन तमाम दावों की भी बार-बार हो रही इस घटना ने पोल खोल कर रख दी है, जिसमें आए दिन स्कूलों और दमकल विभाग की ओर से सरकार और प्रशासन मॉकड्रिल करती आई है। आग से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय सुझाकर आपकों मानों सुरक्षित होने की गारंटी सी मिल जाती है, लेकिन हकिकत कुछ और है। वहीं किसी भी घटना पर प्रशासन की ओर से दी जा रही चंद राहत मानों पीडि़तों के जख्मों को और हरा कर रही हो। बीते दस साल में पीछे जाएं तो चिड़गांव आग के बड़े-बड़े तांडवों को झेल चुका है। दो साल पीछे जाएं तो तांगणू गांव की घटना आज भी रौंगटे खड़े कर देती है, जिसमें 30 के करीब परिवार बेघर हुए थे। कुछ साल पीछे और जाएं तो रोहल गांव में चिचवाड़ी और फिर बौनवाड़ी गांव जल कर रखा हुआ था, इन घटनाओं में अब तक दर्जनों परिवार बेघर हो चुके है, जो आज भी सब कुछ तबाह होने से पटरी पर नहीं लौट पाए है। दमकल विभाग का आफिस पिछले कई साल से अधर में चिड़गांव के लिए दमकल केंद्र खोलने की घोषणा मुख्यमंत्री ने भी की है, लेकिन अभी तक यह फाइल भी धूल ही फांक रही है। लोगों की मानें तो स्थानीय नेता की भूमिका मात्र बयानों तक रह गई है, इसके अलावा कहीं पर भी कोई कार्य इस दिशा में नहीं हो रहा है। पिछले कई साल से कांग्रेस का शासन यहां पर रहा है, तो अब दमकल केंद्र यहां पर नहीं खुला है। वर्तमान में भाजपा सरकार है, तो यहां के स्थानीय नेता अभी तक सक्रिय नहीं हुए है।

मॉकड्रिल छोड़ो गांव को बनाओ सुरक्षित

लोगों की मानें तो चिड़गांव तहसील में अधिकतर गांव घनी आबादी वाले है, जिसमें आए दिन आगजनी की घटनाओं का खतरा भी बना हुआ है। लोगों का मानना है कि शहरों के स्कूलों में मॉकड्रिल का कोई लाभ नहीं है, आबादी गांव में रहती है, जहां जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन होना चाहिए। गांव में सायरन व अन्य सुविधा होनी चाहिए।

राख के ढेर से मिले विकास के अवशेष

रोहडू। शिष्टवाड़ी में घटना के दूसरे दिन आग में जिंदा जले विकास के परिजनों को केवल महज कुछ ही अवशेष हाथ लगे। इस अवशेषों के मिलने से पत्नी कमलेश को थोड़े समय के लिए तसली हुई हैं। परिवार को अब इन अवशेषों के साथ ही अंतिम संस्कार की रस्म निभानी होगी। वहीं इन अवशेषों का अब परिजनों के साथ डीएनए मिलान की भी औपचारिकता होगी, जिसके लिए सोमवार को डाक्टरों ने सैंपल भी ले लिए है। लेकिन परिवार ने प्राणी की मौत के बाद रीति-रिवाजों के तहत कर्म करना शुरू कर दिया है।

विधायक ने किया पेखा का दौरा

रोहड़ू। रोहडू के विधायक मोहन लाल ब्राक्टा ने शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह के साथ शिष्ट वाडी, ढुंगियाणी व चिड़गांव में लगी आग का दौरा कर आग से हुए नुकसान का जायजा लिया और पीडितों को राशन व अन्य सामग्री उपलब्ध करवाई।  विधायक मोहन लाल ब्राकटा ने पीडि़त परिवार वालो को हर प्रकार की सहायता करने का आश्वासन भी दिया । वह  दिवंगत आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की । साथ ही लोगों को आश्वासन दिया कि चढ़गांव में अग्निशमन केंद्र  खोलने की मांग पुरजोर तरीके से मुख्यमंत्री के समक्ष उठाई  जाएगी । इस दौरान उनके साथ कांग्रेस मंडल रोहडू के अध्यक्ष करतार सिंह कुल्ला, हरिंदर रावत, राजकुमार निटटू, सुरेंद्र रेटका शमशेर ठाकुर, शिव पाल ठाकुर,  उर्मिला नागू संजय ठाकुर, सरविंदर नेगी, रविंद्र ठाकुर,  राकेश नेगी, प्रदीप ठाकुर, लोद चौहान बलराज टैचू, रवि रावत, सुशील चौहान अशोक डांडा, कांति लाल, अनिल ठाकुर, लोकिंद्र सुनवान, सोशल मीडिया के रविंद्र निक्कू चौहान  वह अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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