प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से हिमाचल की पहल (एक्टिव केस फाईंडिंग अभियान को ) का अनुसरण करने का किया आग्रह
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के समक्ष रखी यह मांग
सेब उत्पाद की सुचारू आवाजाही सुविधा व गत्ते के डब्बों की पर्याप्त आपूर्ति को सुनिश्चित बनाने की आवश्यकता
राहत: पांच दिनों में हिमाचल में नहीं आया कोई भी मामला
ग्रीन जोन में मिलेगी आर्थिक गतिविधियां चलाने की स्वीकृति
हिमाचल में जांच अनुपात 700 प्रति मिलियन व्यक्ति, जो देश में सर्वाधिक
‘‘आरोग्य सेतु ऐप’’ डाउनलोड करना हो सकता है अनिवार्य
मुख्यमंत्री ने वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से जिला प्रशासनों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने आज सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ शिमला से वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश की सीमाओं में प्रवेश करने वाले सभी लोगों की पूर्ण चिकित्सा जांच सुनिश्चित करवाने के उपरांत ही उन्हें होम क्वारन्टीन के लिए संबंधित गंतव्यों के लिए जाने की स्वीकृति देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्रवेश करने वाले लोगों के लिए ‘‘आरोग्य सेतु ऐप’’ डाउनलोड करना अनिवार्य किया जाना चाहिए। संबंधित उपायुक्तों द्वारा अधिक पास जारी न किये जाएं, ताकि प्रदेश के प्रवेश स्थलों पर भीड़ न लगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश के विभिन्न मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंस के दौरान सामाजिक दूरी बनाए रखने पर विशेष बल दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने यह सुनिश्चित करने पर बल दिया है कि कोरोना वायरस ग्रीन जोन में प्रवेश न करे। रेड जोन तथा ऑरेंज जोन के लिए अलग-अलग रणनीतियां तैयार की जानी चाहिए, ताकि इन्हें जितना शीघ्र हो सके ग्रीन जोन में परिवर्तित किया जा सके।
पूरी जांच के बाद ही मिलेगी होम क्वारन्टीन की स्वीकृति
सीएम एचपी एसेंशियल मेडिसिन हेल्पलाइन से घरद्वार पर दवाइयां उपलब्ध
हेल्पलाइन के माध्यम से हुआ 48 मामलों का समाधान
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ आज वीडियो काॅन्फ्रेंस की अध्यक्षता करते हुए हिमाचल प्रदेश में एक्टिव केस फाईंडिंग अभियान को प्रभावी रूप से चलाने के लिए मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी के प्रयासों की सराहना की। इस अभियान से प्रदेश के लोगों में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी के लक्षणों की स्क्रीनिंग करने में सहायता मिली है। प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों को कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए हिमाचल प्रदेश की इस पहल का अनुसरण करने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों को उनके संबंधित राज्यों के लोगों को ‘‘आरोग्य सेतु ऐप’’ डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करने को कहा, जिससे कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति को चिन्हित करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने प्रधानमंत्री से भविष्य में उत्पन्न होनी वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त वेंटिलेटर्ज उपलब्ध करवाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की फार्मास्यूटिकल इकाइयांें में निर्माण शुरू हो गया है तथा देश और विश्व को आपूर्ति की जा रही है। लगभग 80 प्रतिशत फार्मास्यूटिकल कंपनियां सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम उद्योग क्षेत्र में हैं। इसलिए केंद्र सरकार को रसायन तथा कच्चे माल की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित बनाने के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में आर्थिक गतिविधियों को पुनः आरंभ करने के लिए एक टास्क फोर्स गठित की है। प्रदेश सरकार राज्य में आर्थिक गतिविधियां आरंभ करने के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक पर्यटन राज्य है तथा यहां हर वर्ष लाखों देशी तथा विदेशी पर्यटक भ्रमण के लिए आते हैं। कोरोना महामारी ने प्रदेश में पर्यटन उद्योग को पूरी तरह से प्रभावित किया है। इसी प्रकार राज्य की आर्थिकी में सेब के उत्पादन की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि सेब उत्पाद की सुचारू आवाजाही सुविधा तथा गत्ते के डब्बों की पर्याप्त आपूर्ति को सुनिश्चित बनाने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में 40 व्यक्ति कोरोना पाॅजिटिव हैं, जिनमें से 25 व्यक्ति नेगेटिव पाए जाने के बाद स्वस्थ होकर घर चले गए हैं। इसके अतिरिक्त चार व्यक्ति प्रदेश से बाहर उपचाराधीन है तथा एक व्यक्ति का देहांत हो चुका है। शेष 10 व्यक्ति प्रदेश के अस्पतालों में उपचाराधीन है। प्रदेश के किसी भी भाग में गत पांच दिनों में कोरोना वायरस का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। प्रदेश में 19 मार्च, 2020 को कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था तथा जिला कांगड़ा में कर्फ्यू लगाया गया था। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे प्रदेश में 24 मार्च को कर्फ्यू लगाया गया। उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित बनाई जा रही है, ताकि लोगों को कर्फ्यू के दौरान किसी परेशानी का सामने न आना पड़े।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कहा कि प्रदेश के छह जिले ग्रीन जोन में हैं तथा इन जिलों में एक भी मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत लाॅकडाउन जारी रखने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि राज्यों को आर्थिक गतिविधियां आरम्भ करने विशेषकर ग्रीन जोन में आने वाले क्षेत्रों में गतिविधियां चलाने की स्वीकृति मिलेगी।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कहा कि प्रदेश में जांच अनुपात 700 प्रति मिलियन व्यक्ति है, जो देश में सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि एक्टिव केस फाईंडिंग अभियान एक विशेष अभियान है, जिसके तहत 70 लाख लोगों की इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी के लिए 16 हजार कर्मचारियों के दल द्वारा जांच की जा चुकी है, जिसमें आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पैरा मेडिकल स्टाफ तथा पुलिस कर्मचारी शामिल हैं। सभी इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी से ग्रस्त रोगियों की कोरोना जांच की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से जिला प्रशासनों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने आज सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ शिमला से वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश की सीमाओं में प्रवेश करने वाले सभी लोगों की पूर्ण चिकित्सा जांच सुनिश्चित करवाने के उपरांत ही उन्हें होम क्वारन्टीन के लिए संबंधित गंतव्यों के लिए जाने की स्वीकृति देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्रवेश करने वाले लोगों के लिए ‘‘आरोग्य सेतु ऐप’’ डाउनलोड करना अनिवार्य किया जाना चाहिए। संबंधित उपायुक्तों द्वारा अधिक पास जारी न किये जाएं, ताकि प्रदेश के प्रवेश स्थलों पर भीड़ न लगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश के विभिन्न मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंस के दौरान सामाजिक दूरी बनाए रखने पर विशेष बल दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने यह सुनिश्चित करने पर बल दिया है कि कोरोना वायरस ग्रीन जोन में प्रवेश न करे। रेड जोन तथा ऑरेंज जोन के लिए अलग-अलग रणनीतियां तैयार की जानी चाहिए, ताकि इन्हें जितना शीघ्र हो सके ग्रीन जोन में परिवर्तित किया जा सके।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कहा कि आर्थिक गतिविधियां विशेषकर ग्रीन जोन में आरंभ करने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। आवश्यक वस्तुओं तथा कृषि उपकरणों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित बनाने पर विशेष बल और कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लोगों को फेस मास्क और फेस कवर पहनने के लिए भी प्रेरित किया जाना चाहिए। निश्चित क्षेत्रों में चयनित दुकानों को खोलने की स्वीकृति दी गई है, परंतु सभी लोगों द्वारा सामाजिक दूरी बनाना तथा फेस मास्क और सेनेटाईजर का उपयोग करना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। मुख्य सचिव श्री अनिल खाची ने कहा कि अन्य राज्यों से प्रदेश में प्रवेश करने वाले लोगों की यात्रा तथा संपर्क में आए लोगों का पूर्ण ब्यौरा प्राप्त करने के उपरांत ही उन्हें होम क्वारन्टीन के लिए जाने की स्वीकृति दी जाएगी। पुलिस महानिदेशक श्री एस. आर. मरडी ने कहा कि लोगों को आरोग्य सेतु ऐप में गलत सूचना न देने के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए।
कोरोना महामारी के दृष्टिगत लगाए गए देशव्यापी लाॅकडाउन में किसी मरीज को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े, इसलिए हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा सीएम एचपी एसेंशियल मेडिसिन हेल्पलाइन चलाई गई है, जो प्रदेशभर में लोगों के लिए इस मुश्किल घड़ी में वरदान साबित हुई है। जिला प्रशासन सिरमौर द्वारा भी लोगों के लिए मेडिसिन हेल्पलाइन चलाई गई है, जिसमे जिला के विभिन्न खंडों में मेडिसिन स्टोर के नंबर लोगों से साझा किए गए हैं, जिन पर फोन करने के बाद लोगों को दूरदराज क्षेत्रों में भी घर बैठे जरूरी दवाइयां प्राप्त हुई हैं।
सहायक दवा नियंत्रक सिरमौर सनी कौशल ने बताया कि सीएम एचपी एसेंशियल मेडिसिन हेल्पलाइन के तहत जिला में 6 अप्रैल से लेकर 23 अप्रैल, 2020 तक 52 निवेदन आये हैं, जिनमें से 48 का समाधान कर दिया गया है और केवल 4 शेष हैं, जिन पर कार्य चल रहा है। हेल्पलाइन पर ज्यादातर मामले ऐसे आए हैं, जिनका इलाज दूसरे राज्यों से चल रहा है और उनकी दवाइयां भी वहीं से मिलती हैं। ऐसे सभी मामलों में मरीजों के लिए दवाइयों का प्रबंध उनके क्षेत्र में ही किसी दवाई विक्रेता के पास करने का पूरा प्रयास किया गया है, जहाँ से वह कफ्र्यू में दी गई ढील के दौरान जाकर अपनी दवाई ले सकते हैं। इसके इलावा जो मरीज खुद नहीं जा सकते या बुजुर्ग लोगों के लिए यह सुविधा उनको घरद्वार पर ही उपलब्ध करवाई जा रही है।
सिरमौर हेल्पलाइन के माध्यम से की 1500 होम डिलीवरी
प्रेजिडेंट, जिला सिरमौर केमिस्ट्स एंड ड्रग अलायन्स राकेश मल्होत्रा ने बताया कि जिला में अप्रैल 1 अप्रैल से लेकर अभी तक लगभग 1500 होम डिलीवरी की गई हैं। सीएम एचपी एसेंशियल मेडिसिन हेल्पलाइन के माध्यम से या जिला प्रशासन की मेडिसिन हेल्पलाइन के तहत जिला के दवाई विक्रेताओं के साथ तालमेल बनाकर जिस क्षेत्र से दवाई के लिए फोन आता है, वहां दवाई पहुंचाई जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी हाल ही में जिला प्रशासन के आदेशों अनुसार उन्होंने जिला के रोनहाट क्षेत्र, जो कि नाहन से करीब 160 किलोमीटर दूर है, में एक मरीज को हृदय की बीमारी और मधुमेह की दवाइयां पहुंचाई हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन के दिशानिर्देशों अनुसार जिला सिरमौर केमिस्ट्स एंड ड्रग अलायन्स ने लोगों को खासकर बुजुर्गों को उनकी जरूरत के हिसाब से दवाइयां उपलब्ध करवाई हैं, ताकि लाॅकडाउन की इस स्थिति में उन्हें घर से बाहर न निकलना पड़े।
courtesy: CMO Himachal Pradesh
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