मरीजों को वरदान साबित हो रही दवाईयों की होम डिलीवरी सेवा, अब तक 948 मरीजों ने उठाया लाभ


मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी के आदेशों के अनुरूप मरीजों को दवाई पहुंचाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने सीएम एचपी एसेंशियल मेडिसिन हेल्पलाइन नाम से नई हेल्पलाइन सेवा शुरू की है। कोविड-19 महामारी के कारण लाॅकडाउन के समय जिला सिरमौर के गांव कुलह के निवासी मोहन के लिए यह सेवा वरदान सिद्ध हुई है। इस सुविधा के कारण ही उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट की जीवन रक्षक दवाई उपलब्ध हो पाई। मोहन ही इस सुविधा का लाभ उठाने वाले एक मात्र मरीज नहीं हैं। इस सेवा से प्रदेश के दूरदराज के हजारों मरीज विशेषकर किडनी ट्रांसप्लांट, हार्ट सर्जरी, एंटी कैंसर मेडिसन और मानसिक रोगी लाभान्वित हुए हैं। मरीजों को अब चण्डीगढ़, देहरादून और अन्य भागों से घरद्वार पर ही दवाईयां उपलब्ध करवाई जा रही हैं। लौहल घाटी के गांव मलंग की विमला को हवाई और पांगी के बिज राम को सड़क मार्ग से दवाईयां उपलब्ध करवाई गई हैं।

कोविड-19 के दृष्टिगत प्रदेश में 24 मार्च, 2020 से कर्फ्यू लगा दिया गया था। इस दौरान दवा विक्रेताओं को कुछ छूट प्रदान की गई थी, परंतु इसके उपरांत भी आम जनता और मरीजों को दवाइयां खरीदने में कठिनाई हो रही थी। दवाई की दुकानें खोलने के लिए समय निर्धारित किया गया था। स्थानीय विक्रेताओं के पास कुछ दवाईयां उपलब्ध नहीं थीं जबकि कुछ अन्य विशेष प्रकार की दवाईयां थीं जिन्हें रोगियों तक दवाई पहुंचाने के लिए परिवहन सुविधा नहीं थी।

दवाइयां मंगवाने के लिए शुरू की है हेल्पलाइन
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने 4 अप्रैल, 2020 को राज्य के लोगों के लिए राज्य स्तर पर दो हेल्पलाईन नम्बर- 0177-2626076 और 2626077 और टोल फ्री नम्बर- 1070 शुरू किया। कोई भी व्यक्ति इन नम्बरों पर अपनी दवाईयां मंगवा सकता है और घर के समीप के दवा विक्रेता के माध्यम से दवाई उपलब्ध करवाई जा रही हैं। दवा मिलने के पश्चात राशि का भुगतान किया जाता है। प्रदेश में यह सेवा अभी तक 948 मरीजों के लिए वरदान साबित हुई हैं, जिसमें ड्रग निरीक्षक, दवाई विक्रेताओं और मरीजों के मध्य सेतु का काम कर रहे हैं और जरूरतमंदों को दवाईयां उपलब्ध करवाना सुनिश्चित बना रहे हैं।

हेल्पलाइन पर प्राप्त हुई 1059 मांगें
हेल्पलाईन पर दवाईयों के लिए अब तक 1059 मांगें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 90 प्रतिशत दवाईयां उपलब्ध करवा दी गई हैं तथा शेष प्रक्रिया में हैं। मरीजों को दवाईयां न केवल स्थानीय दवाई विक्रेता के माध्यम से अपितु प्रदेश के बाहर से भी उपलब्ध करवाई गई हैं। जिला किन्नौर के कल्पा, न्यूगल सेरी, सांगला, पूह और निचार, जिला कुल्लू के निरमण्ड और आनी तथा जिला शिमला के नेरवा जैसे दूरदराज क्षेत्रों में भी दवाईयां उपलब्ध करवाई जा रही हैं।

मरीजों ने जताया मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी का आभार
चंबा जिले की दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद, जरूरतमंद मरीजों के लिए एंटीकैंसर, एंटीपीलेप्टिक, एंटीसाइकोटिक और एंटीहाइपरटेन्शन जैसी आवश्यक दवाईयों की व्यवस्था पठानकोट, जसूर, टांडा और चंडीगढ़ इत्यादी स्थानों से की गई और तीसा, भरमौर और पांगी जैसे दूरदराज के क्षेत्रों में दवाईयां लोगों के घरों या फिर निकटतम स्थानों पर पहुंचाया गया। दवाईयों के लिए अधिकतर आग्रह चंबा के दूरदराज के क्षेत्रों से मिले है जिन्हें बिना किसी देरी के दवाईयां उपलब्ध करवाई गई हैं। मरीजों ने राज्य सरकार की इस अनूठी पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी व प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया है।

गोवा में फंसे 250 हिमाचली विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाई चिकित्सा सहायता
कांगड़ा जिला में आवश्यक दवाईयों के लिए मरीजों की ओर से सीएम हेल्पलाइन और जिला हेल्पलाइन के माध्यम से प्राप्त मांग के आधार पर मरीजों को आवश्यक दवाईयां उपलब्ध करवाई गई हैं। अनेक जीवन रक्षक दवाईयां जो जिला में उपलब्ध नहीं थी उन्हें पठानकोट तथा चंडीगढ़ से मंगवा कर जरूरतमंद मरीजों को उनके नजदीक की दवाईयों की दुकानों के माध्यम से उपलब्ध करवाया गया है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने गोवा में फंसे लगभग 250 हिमाचली विद्यार्थियों को चिकित्सा सहायता भी प्रदान की है। राज्य में दवाईयों की होम डिलीवरी के लिए 575 विक्रेताओं को अधिकृत किया गया है। इनमें बिलासपुर में 20, चंबा में 09, हमीरपुर में 32, कांगड़ा में 44, कुल्लू में 19, लाहौल-स्पीति में एक, मंडी में 93, शिमला में 125, सिरमौर में 165, सोलन में 40 और ऊना जिले में 23 दवा विक्रेता शामिल हैं।
जुब्बल-कोटखाई के नागरिकों ने एसडीएमए कोविड-19 फंड में अशंदान किया
मुख्य सचेतक श्री नरेन्द्र बरागटा जी ने आज यहां जिला शिमला के जुब्बल-कोटखाई क्षेत्र के लोगों की ओर से मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी को हि.प्र. एसडीएमए कोविड-19 स्टेट डिजास्टर रिस्पाॅंस फंड के लिए 37,85,951 रुपये के चैक में भेंट किए। इस फंड में श्री दुर्गा माता मन्दिर न्यास, हाटकोटी ने 25 लाख रुपये, पिकअप यूनियन कुड्डू एवं प्रकाश चन्द एंड बद्रर्ज ने दो-दो लाख रुपये, युवा मोर्चा कोटखाई ने 1.64 लाख रुपये, लक्ष्मी को-आपॅरेटिव सोसायटी धरौंक ने 1.50 लाख रुपये, मन्दिर समिति झड़ग ने एक लाख रुपये, डाॅ. ओम प्रकाश शर्मा ने 50 हजार, सिकन्दर ने 39,100 रुपये, इन्द्र धान्टा ने 31,000 रुपये, सुरेन्द्र शर्मा ने 30,000 रुपये, अशोक जस्टा ने 25,800 रुपये, कृष्ण पनैइक ने 25,500 रुपये तथा पंकज ठाकुर ने 21,000 रुपये का अंशदान किया है। मुख्यमंत्री ने इस पुनीत कार्य के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।
इसके अलावा मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर को आज हि.प्र. एसडीएमए कोविड-19 स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फंड के लिए गौ सेवा आयोग की ओर से सदस्य सुशांत देस्टा ने 51000 रुपये का चैक भेंट किया।

मुख्यमंत्री ने अभिनेता ऋषि कपूर के निधन पर शोक व्यक्त किया

मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता ऋषि कपूर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषि कपूर एक बहुमुखी प्रतिभा वाले अभिनेता थे, जिन्होंने पांच दशकों के अपने करियर में अनेक फिल्मों में बेहतरीन किरदार निभाकर करोड़ों लोगों के दिलों को जीता। उन्होंने कहा कि ऋषि कपूर के निधन से फिल्म जगत को एक बड़ी क्षति पहुंची है और उनके बेहतर अभिनय और उदार व्यक्तित्व के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंग्त आत्मा की शांति और शोक सतंप्त परिवार को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।


courtesy: CMO Himachal Pradesh

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