मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने विद्यार्थियों के लिए की ई-लर्निंग और टीचिंग आरंभ करने की घोषणा
विद्यार्थी ऑनलाइन देख सकेंगे वीडियो और वर्कशीट
शिक्षक रोजाना चैक करेंगे होमवर्क
गृह मंत्रालय के निर्देशों का सख्ती से पालन करें अधिकारी: मुख्यमंत्री
मास्क पहनना हुआ अनिवार्य
आवश्यक वस्तुओं व सब्जियों को ले जाने वाले वाहनों की आवाजाही पर नहीं होगी पाबंदी
किसानों-बागवानों को राहत
सरकार की अनुमति के अलावा वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध
राज्य में आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त आपूर्ति: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कहा कि कोविड-19 के कारण लाॅकडाउन को ध्यान में रखते हुए, प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के सभी क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है, ताकि लाॅकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की कमी न हो। उन्होंने कहा कि राज्य में आटा, चावल, दाल, चीनी, खाद्य तेल, नमक और अन्य किराना वस्तुओं का पर्याप्त भंडार है। पर्याप्त मात्रा में दूध और ब्रेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने और सभी घरों में रसोई गैस की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पशुओं के चारे के अलावा राज्य के हर हिस्से में दवा की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है। आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी और मुनाफाखोरी को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
घबराएं नहीं सरकार कर रही आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त आपूर्ति
सादगीपूर्वक मनाया 73वां हिमाचल दिवस
चम्बा जिला में सुचारू रूप से चल रहा है भेड़ प्रजनकों का मौसमी प्रवास
पशुधन की स्वतंत्र आवाजाही की अनुमति
दूध की दैनिक खरीद हुई 80,000 लीटर
चारे के परिवहन के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त
साॅलिडेरिटी रिस्पाॅंस फंड का नाम अब एचपी एसडीएमए कोविड-19 स्टेट डिजास्टर रिस्पाॅंस फंड होगा
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने आज प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए दूरदर्शन के माध्यम से 10वीं और 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए ई-लर्निंग और टीचिंग आरंभ करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यह सुविधा विद्यार्थियों को 17 अप्रैल, 2020 से ‘‘हिमाचल दूरदर्शन ज्ञानशाला कार्यक्रम’’ के माध्यम से घर से आॅनलाईन उपलब्ध करवाई जाएगी। शिक्षा विभाग ने 10वीं और 12वीं कक्षाओं के लिए हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के पाठ्यक्रम के अनुसार कार्यक्रम तैयार किया है, जो 17 अप्रैल से प्रतिदिन प्रातः 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक विभिन्न विषयों पर निरंतर तीन घंटे समयसारिणी के अनुसार चलाया जाएगा। उन्होंने अध्यापकों, विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को केंद्र एवं प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप उचित सामाजिक दूरी का पालन करते हुए इस सुविधा का लाभ उठाने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कोविड-19 के मद्देनजर लाॅकडाउन अवधि में 9वीं से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए घर से अध्ययन पर आधारित कार्यक्रम ‘‘लर्निंग फ्राॅम होम-हर घर पाठशाला’’ की भी समीक्षा की। इस कार्यक्रम के शुभारंभ की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम का शुभारंभ कोरोना महामारी के मद्देनजर प्रदेश में लगे कर्फ्यू के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई में रूकावट पैदा न हो, के उद्देश्य से किया है। इस कार्यक्रम से विद्यार्थी www.education.hp.gov.inऔर https//cut.ly/ hargharpathshala के माध्यम से घर पर ही ऑनलाइन वीडियो और वर्कशीट देख सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम 16 अप्रैल, 2020 से जब तक सामान्य रूप से स्कूल नहीं खुलते, तब तक प्रतिदिन प्रातः 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से अध्यापकों द्वारा महत्वपूर्ण विषयों पर व्हट्सऐप ग्रुप द्वारा सभी विद्यार्थियों को प्रतिदिन वीडियो और होमवर्क उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने कहा कि अध्यापकों द्वारा प्रतिदिन होमवर्क चैक किया जाएगा और फीडबैक दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री श्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा टीवी/रेडियो/एफएम के माध्यम से भी राज्य के सभी विद्यार्थियों को पढ़ाई सामग्री उपलब्ध करवाने की योजना बनाई जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कोरोना महामारी के मद्देनजर आज प्रदेश के सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल, 2020 तक किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि तब्लीगी जमात के सभी प्राथमिक और द्वितीयक संपर्कों की पहचान और परीक्षण किया जाना चाहिए और इस संबंध में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कहा कि सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है और लोगों से कहा गया है कि इसकी अवहेलना को गंभीरता से लिया जाएगा। लोग घर पर बने मास्क भी पहन सकते हैं। उन्होंने गैर सरकारी संगठनों से राज्य के लोगों को घर-घर मास्क उपलब्ध करवाने के लिए आगे आने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर थूकना भी अपराध बना दिया गया है और सरकार उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक वस्तुओं और सब्जियों को ले जाने वाले ट्रकों और अन्य निजी गाड़ियों की आवाजाही पर पाबंदी नहीं लगाई जाए, जिनमें दो चालक और एक परिचालक शामिल हों। उन्होंने अधिकारियों को जमाखोरी और मुनाफाखोरी पर लगातार नजर रखने और दोषी दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को अपनी फसल काटने की अनुमति दी जानी चाहिए और उन्हें खेतों में काम करते समय सामाजिक दूरी अपनाने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। उनकी उपज की खरीद के लिए भी उचित कदम उठाए जाएं, ताकि कर्फ्यू के कारण उन्हें असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि किसानों और बागवानों की सुविधा के लिए कृषि संबंधी सामग्री बेचने वाली दुकानों को खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कहा कि अंतर जिला और जिला के भीतर सरकार की अनुमति के अलावा वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा। कोरोना वायरस के हाॅटस्पाॅट्स को सील किया जाएगा और इन क्षेत्रों में कर्फ्यू में कोई ढील नहीं दी जाएगी। मुख्य सचिव श्री अनिल खाची ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाएगा। पुलिस महानिदेशक श्री एस.आर. मरडी ने पुलिस अधीक्षकों को मिथ्या समाचारों का प्रभावी ढंग से सामना करने के निर्देश दिए, ताकि लोगों को तथ्यात्मक स्थिति के बारे में जागरूक किया जा सके।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कहा कि कोविड-19 के कारण लाॅकडाउन को ध्यान में रखते हुए, प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के सभी क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है, ताकि लाॅकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की कमी न हो। उन्होंने कहा कि राज्य में आटा, चावल, दाल, चीनी, खाद्य तेल, नमक और अन्य किराना वस्तुओं का पर्याप्त भंडार है। पर्याप्त मात्रा में दूध और ब्रेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने और सभी घरों में रसोई गैस की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पशुओं के चारे के अलावा राज्य के हर हिस्से में दवा की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है। आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी और मुनाफाखोरी को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने आम जनता से घबराहट में खरीददारी और अनावश्यक भंडारण न करने का आग्रह करते हुए कहा कि राज्य में आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के बिलासपुर, चम्बा, कांगड़ा, सिरमौर, सोलन और ऊना आदि सीमावर्ती जिलों में 31 मार्च से 15 अप्रैल तक 2,607 वाहनों में 7,24,073 एलपीजी सिलेंडर, 972 वाहनों में 10,761,371 लीटर डीजलध्पैट्रोल, 4,770 वाहनों में 7,721,731 लीटर व 27,955 करेट दूध, 14,195 वाहनों में 1,14,482 टन किराने का सामान व अंडों की 1,780 टेª, 11,702 वाहनों में 47,329 टन सब्जियां व फल, 4,476 वाहनों में 2,160 टन व 75148 डिब्बे विभिन्न जरूरी दवाइयां व सेनिटाइजर तथा 2,302 वाहनों में 18,984 टन से अधिक पशुओं के चारे की आपूर्ति की गई है।
कोरोना महामारी के मद्देनजर 73वां हिमाचल दिवस का राज्य स्तरीय समारोह आज रिज मैदान शिमला में सादगी पूर्वक आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने तिरंगा फहराया और पुलिस टुकड़ी की सलामी ली।
पशुपालन विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि चंबा जिला में भेड़ प्रजनकों का मौसमी प्रवास सुचारू रूप से चल रहा है और विभाग ने पशु चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए थुलेल, खरगट, लाहरू, बेरांगल और कोटी में पांच ट्रांजिट शिविर स्थापित किए हैं और अब तक चंबा जिले में प्रवेश करने वाले 280 भेड़ समूहों को कवर किया गया है। उन्होंने कहा कि चंबा में पशुधन के साथ गुज्जर समुदाय का प्रवास अभी शुरू नहीं हुआ है। वर्तमान लाॅकडाउन की स्थिति में पशु चिकित्सा संस्थान नियमित पशु चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहे हैं और पशु चिकित्सा औषधालय आवश्यकता होने पर आपातकालीन सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 16 अप्रैल, 2020 से पशु औषधालय भी खोले जाएंगे और विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में पशु चिकित्सा दवाएं और टीके उपलब्ध हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार राज्य में घुमंतू लोगों को प्राथमिकता दी गई है और पशुधन की स्वतंत्र आवाजाही की अनुमति दी गई है। राज्य सरकार ने पहले ही राज्य के प्रवासी भेड़ और पशु प्रजनकों जैसे कि गद्दी और गुज्जरों आदि को राशन आदि के अलावा अन्य सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है। अब तक 500 प्रवासी पशुधन मालिकों से संपर्क किया जा चुका है जो प्रवास पर हैं। सिरमौर, सोलन, शिमला, बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर, मंडी और कांगड़ा जिले में स्थानीय प्रशासन के माध्यम से जरूरतमंद व्यक्तियों को लगभग 150 राशन किट प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रवासी पशु मालिकों ने अधिशेष पशुधन को बेचने से संबंधित कुछ समस्याएं सामने रखी थी, जिनका समाधान खुदरा दुकानें खुलने पर कर दिया जाएगा।
राज्य दूध संघ और कामधेनु हितकारी मंच, नम्होल जिला बिलासपुर नियमित रूप से दूध का प्रसंस्करण कर रहे हैं। महासंघ द्वारा दूध की दैनिक खरीद लगभग 65,000 लीटर प्रति दिन से बढ़कर अब 80,000 लीटर प्रतिदिन हो गई है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी जिलों और राज्यों से चारे के परिवहन के लिए परमिट जारी किए जा रहे हैं और लाॅकडाउन शुरू होने के बाद से राज्य में लगभग 35,000 क्विंटल सूखा चारा प्राप्त हुआ है। चंबा जिले में गुज्जर समुदाय का प्रवास अभी शुरू नहीं हुआ है। जहां तक गुज्जर समुदाय के दूध के विपणन का संबंध है, 28 ग्राम पंचायतें जहां गुज्जर रहते हैं, कोरोना वायरस हाॅटस्पाॅट हैं इसलिए दूध की बिक्री प्रभावित हो रही है। इन क्षेत्रों के लोगों को अधिशेष दूध से घी, पनीर आदि उत्पाद तैयार करने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि विभाग को राज्य के अन्य जिलों से गद्दी और गुज्जरों की समस्याओं की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।
जिला कांगड़ा में पशुपालन विभाग के उप निदेशक को राज्य और राज्य के बाहर चारे के परिवहन के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि अब तक बाहरी राज्यों से 168 ट्रक गेहूं का भूसा, जानवरों का चारा, हरा घास लाया जा चुका है। अब तक जिला कांगड़ा में चारे के अंतर्राज्यीय और राज्यीय परिवहन के लिए 450 परमिट जारी किए गए हैं। गौ सदनों को गेहूं के भूसे और चारे के लिए 12,39,660 रुपये प्रदान किए गए हैं। इसके अतिरिक्त गौ सदनों में एक महीने के चारे की उपलब्धता के लिए प्रदेश सरकार के समक्ष अतिरिक्त राशि के लिए प्रस्ताव रखा गया है।
प्रदेश सरकार ने कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत आर्थिक योगदान के लिए स्थापित हि.प्र. कोविड-19 साॅलिडेरिटी रिस्पाॅंस फंड का नाम बदलकर हिमाचल प्रदेश एसडीएमए कोविड-19 स्टेट डिजास्टर रिस्पाॅंस फंड कर दिया है। आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के अंतर्गत स्थापित राज्य कार्यकारिणी समिति और राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण ने एक बैठक में निर्णय लिया कि आपदा प्रतिक्रिया और आपदा की चेतावनी की जिम्मेदारी इन प्राधिकरणों के दायरे में है, इसलिए इस फंड का नाम हिमाचल प्रदेश एसडीएमए कोविड-19 स्टेट डिजास्टर रिस्पाॅंस फंड होना चाहिए। हिमाचल प्रदेश कोविड-19 साॅलिडेरिटी रिस्पाॅंस फंड के लिए खोले गए एचडीएफसी बैंक छोटा शिमला खाता संख्या 50100340267282 (आईएफएससी कोड एचडीएफसी0004116) और हिमाचल प्रदेश सचिवालय में स्थित एसबीआई बैंक खाता संख्या 39241879383 (आईएफएससी कोड एसबीआईएन0050204) अब हिमाचल प्रदेश एसडीएमए कोविड-19 स्टेट डिजास्टर रिस्पाॅंस फंड के नाम होंगे। राजस्व विभाग के डीडीओ और डीएमसी हिमाचल प्रदेश एसडीएमए कोविड-19 राज्य आपदा रिस्पाॅंस फंड को संचालित करेंगे। इस फंड का संचालन एवं प्रबंधन डिजास्टर मेनेजमेंट सैल, राजस्व विभाग द्वारा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से भेंट की
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने आज राजभवन में राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय जी से भेंट की। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को हिमाचल दिवस के अवसर पर बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी के दृष्टिगत प्रदेश में लाॅकडाउन के दूसरे चरण के लिए किए गए प्रबन्धों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सामाजिक दूरी बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिसके कारण स्थिति पूरी तरह नियन्त्रण में है।
courtesy: CMO Himachal Pradesh
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